सिरसा में मेहंदी फैक्ट्री में भीषण आग, 3 महिलाएं बुरी तरह झुलसी- Sirsa News
Sirsa News: जानकारी के अनुसार डबवाली के पंजाब क्षेत्र की मंडी किलियांवाली के पास रघुकुल खादी ग्राम उद्योग वाटिका नामक मेहंदी फैक्ट्री है, जो रिहायशी इलाके में चल रही थी।
Sirsa, 6 नवंबर 2024: डबवाली के रिहायशी इलाके में स्थित एक मेहंदी फैक्ट्री में बुधवार को अचानक भीषण आग लग गई, जिसमें काम कर रही तीन महिलाएं गंभीर रूप से झुलस गईं। सिविल अस्पताल डबवाली के एस.एम.ओ. डॉ. सुखवंत सिंह हेयर ने बताया कि संदीप कौर नामक महिला करीब 80 प्रतिशत झुलस गई है, जबकि दो अन्य महिलाएं 60 प्रतिशत तक झुलस गई हैं। उन्हें बेहतर इलाज के लिए एम्स बठिंडा रेफर कर दिया गया है। आग लगने से फैक्ट्री में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है, और आसपास के इलाके में भय का माहौल बना हुआ है।
मेहंदी फैक्ट्री में लगी आग से मचा हड़कंप
जानकारी के अनुसार, डबवाली के पंजाब क्षेत्र की मंडी किलियांवाली के पास रघुकुल खादी ग्राम उद्योग वाटिका नामक मेहंदी फैक्ट्री है, जो रिहायशी इलाके में चल रही थी। फैक्ट्री में कई महिलाएं काम करती हैं, और बुधवार की दोपहर अचानक फैक्ट्री में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग लगते ही फैक्ट्री में काम कर रही महिलाएं अंदर फंस गईं, जिससे तीन महिलाएं बुरी तरह झुलस गईं। इनमें 30 वर्षीय संदीप कौर, 22 वर्षीय रूपा, और 31 वर्षीय सुनीता शामिल हैं, जो बिहार के लुहारां गांव की निवासी हैं और वर्तमान में डबवाली में रह रही थीं।
फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
आग की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और एम्बुलेंस तुरंत मौके पर पहुंची और आग बुझाने का प्रयास किया। इस हादसे के दौरान फैक्ट्री और उसके आसपास का इलाका धुएं से भर गया था, जिससे रिहायशी इलाके में रहने वाले लोग डर गए और अपने घरों से बाहर निकल आए। आग पर काबू पाने के लिए दमकलकर्मी और स्थानीय लोग भी मदद के लिए आगे आए।
आग लगने का कारण अज्ञात
हालांकि आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक तौर पर अनुमान लगाया जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी होगी, लेकिन जांच के बाद ही आग लगने की सही वजह सामने आ सकेगी। इस हादसे में फैक्ट्री में रखी गई सामग्री के साथ-साथ वहां काम कर रही महिलाओं के सामान को भी नुकसान पहुंचा है।
फैक्ट्री में सेफ्टी उपायों की कमी
इस घटना ने एक बार फिर से रिहायशी क्षेत्रों में चलने वाली फैक्ट्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रघुकुल खादी ग्राम उद्योग वाटिका में आग से बचाव के लिए उचित सुरक्षा इंतजाम नहीं थे, जिससे हादसे के वक्त महिलाएं बाहर नहीं निकल सकीं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे संवेदनशील इलाकों में फैक्ट्रियों के संचालन पर कड़ी निगरानी रखी जानी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
स्थानीय लोगों में फैक्ट्री के खिलाफ रोष
आगजनी की इस घटना के बाद स्थानीय निवासियों में भारी रोष है। लोगों का कहना है कि फैक्ट्री की सुरक्षा में लापरवाही बरती गई थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। इलाके के लोग बार-बार प्रशासन से इस फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि आगे इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। क्षेत्र के विधायक और जनप्रतिनिधि भी इस घटना को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं और उन्होंने प्रशासन से इस मामले की सख्ती से जांच करवाने की मांग की है।